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    उमेश पाल हत्याकांड में 24 घंटे में 3 बड़े खुलासे 6 नहीं 13 थे शूटर , अतीक अहमद जेल से व्हाट्सएप पर देता था अपने बेटे को निर्देश,

    उमेश पाल हत्याकांड में 24 घंटे में 3 बड़े खुलासे 6 नहीं 13 थे शूटर , अतीक अहमद जेल से व्हाट्सएप पर देता था अपने बेटे को निर्देश, 


    ये तस्वीर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की है। अतीक गुजरात की साबरमती जेल में जबकि अशरफ बरेली जेल बंद है।


    यूपी के उमेश पाल मर्डर केस में पिछले 24 घंटे में 3 बड़े खुलासे हुए हैं. पहले- उमेश को मारने के लिए 6 नहीं, 13 शूटर प्रयागराज पहुंचे थे इनमें से 7 बैकअप में वेटिंग में थे दूसरा- हत्या की साजिश मुस्लिम हॉस्टल में रची गई थी तीसरा- साजिश में अहम भूमिका अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की थी, जो अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद थे. अशरफ बरेली जेल में बंद है जेल से ही वह अपने गुर्गों से वाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क करता था इस बात का खुलासा इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील और हत्या में शामिल सदाकत खान ने पूछताछ के दौरान किया प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि सदाकत को एसटीएफ ने सोमवार को गोरखपुर से गिरफ्तार किया था. वह नेपाल भागने की फिराक में था। सदाकत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में अवैध रूप से रह रहा था. उमेश पाल की हत्या की साजिश इसी कमरे में रची गई थी।


    पुलिस को अब तक दो सफलता हाथ लगी है

    पुलिस ने सोमवार को अतीक अहमद के ड्राइवर अरबाज को मुठभेड़ में मार गिराया। वहीं, सदाकत खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश की जा रही है। इस बीच अतीक की पत्नी ने इलाहाबाद जिला अदालत में याचिका दायर की है. बताया गया है कि उसके बेटों का सुराग नहीं मिल रहा है दूसरी ओर, पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि धूमनगंज शूटआउट में कुल 13 शूटर शामिल थे. राइफल से फायरिंग करने वाले शब्बीर नाम के एक अन्य शूटर की पुलिस ने पहचान कर ली है। उसकी तस्वीर सीसीटीवी में सामने आई है। एसटीएफ अब उसकी भी तलाश कर रही है।



    धूमनगंज थाना क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर अतीक पुत्र असद, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, गुलाम व अरबाज की पहचान हुई. पांचवें साजिशकर्ता की पहचान सदाकत खान के रूप में हुई है। माफिया अतीक का बेटा असद शूटरों का नेतृत्व कर रहा था। 13 शूटर मारने आए थे। 6 फायरिंग कर रहे थे, जबकि 7 बैकअप में थे।


    पुलिस ने कहा, 'शूटरों के अलावा बैकअप के लिए अन्य लोगों को भी तैनात किया गया था। धूमनगंज भीड़भाड़ वाला इलाका होने के कारण 6 शूटरों ने घर में धावा बोल दिया। उमेश और उसके गनर को गोलियां मारी गईं। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गोली चलाने वालों का साथ देने वाले भी अपनी-अपनी गाडिय़ों से फरार हो गए। साबिर इस साजिश और घटना में शामिल 6वां शख्स है, जिसकी पहचान पुलिस ने की है. बाकी 7 की पहचान पूछताछ के आधार लेकिन किया जा रहा है। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि सदाकत गाजीपुर के बड़ा गहमर गांव का रहने वाला है. गिरफ्तारी के वक्त 27 वर्षीय सदाकत ने खुद को इलाहाबाद हाई कोर्ट का वकील बताकर डराने की कोशिश की थी. पुलिस उसे मुस्लिम बोर्डिंग हाउस के कमरा नंबर 36 में ले गई। कमरे की तलाशी में कई अहम सुराग मिले हैं, जिस पर एसटीएफ की टीमें काम कर रही हैं। सदाकत ने पूछताछ में बताया कि वह नेपाल भागना चाहता था। फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।


    प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने कहा कि कमरे की तलाशी के बाद सदाकत ने एसटीएफ की हिरासत से भागने की कोशिश की. इसके बाद वह डिवाइडर से टकरा गया। उसे भी चोट लगी है। पुलिस सदाकत के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है।गिरफ्तार वकील सदाकत खान का एसपी कनेक्शन सामने आया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ उनकी फोटो सामने आई है। एक ग्रुप फोटो में वह अखिलेश से हाथ मिलाते नजर आ रहे हैं। सदाकत की गिरफ्तारी के बाद अब ये फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. सपा पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि अभी तक इस मुद्दे पर एसपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सदाकत अतीक का खास गुर्गा शूटर मोहम्मद गुलाम का दाहिना हाथ माना जाता है।









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