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    अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन द्वारा होली के उपलक्ष्य में चंग धमाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया - श्री श्याम बाबा की ध्वज यात्रा का पुष्प वर्षा कर किया भव्य स्वागत




      



    श्रीगंगानगर: अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन (राज.), श्रीगंगानगर की नवगठित कार्यकारिणी द्वारा धार्मिक सेवा कार्यों से सामाजिक सरोकारों का सिलसिला प्रारम्भ करते हुए नगर अध्यक्ष प्रवीण गोयल के नेतृत्व में फागोत्सव के तहत श्री श्याम बाबा की ध्वजा यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। नगर महामंत्री अशोक चाँदगोठिया ने बताया कि अग्रसेन नगर में आयोजित इस कार्यक्रम के तहत पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा श्री श्याम बाबा एवं श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई तथा भव्य रथ पर विराजमान श्याम बाबा की पूजा-अर्चना कर सबके लिए सुख-समृद्धि व अमन-चैन की प्रार्थना की गई। इस कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष राधेश्याम बंसल विशेष रूप से मौजूद रहे।  




    इसी कड़ी में अग्रसेन नगर में होली के उपलक्ष्य में चंग धमाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नगर महामंत्री अशोक चाँदगोठिया ने बताया कि मनोज सिंगल की देखरेख में हुए कार्यक्रम में श्री भवानी चंग मंडली ने शानदार चंग-धमाल प्रस्तुतियों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर जल संरक्षण का संदेश देते हुए फूलों की होली खेली गई। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राधेश्याम बंसल, नगर अध्यक्ष प्रवीण गोयल, नगर महामंत्री अशोक चाँदगोठिया, कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राधेश्याम मित्तल, उपाध्यक्ष प्रवीण गुप्ता, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष मनीष गोयल, युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष गौरव सिंगल, ललित गोयल सहित अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन (राज.), श्रीगंगानगर के पदाधिकारी, सदस्य एवं बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे। 



    कार्यक्रम के दौरान समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों ने नगर अध्यक्ष प्रवीण गोयल व नगर महामंत्री अशोक चाँदगोठिया को फूलमाला व साफा पहनाकर अग्रवाल समाज को सदैव उन्नति के पथ पर अग्रसर करने का संकल्प दिलाया। इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन पदाधिकारियों द्वारा श्री भवानी चंग मंडली के कलाकारों का माल्यार्पण कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में भारतीय अग्रवाल संगठन (राज.), श्रीगंगानगर के पदाधिकारियों, सदस्यों, अग्रसेन नगर क्षेत्रवासियों एवं महिला मण्डल अग्रसेन नगर का सराहनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम के अंत में जलपान की व्यवस्था भी की गई थी।







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