कचरा उठाव में घपला करने वालों पर कानूनी कार्यवाही हो :मगलानी , यह बहुत बड़ा घपला है, हर महीने लाखों रूपयों की होती है बंदरबांट
श्रीगंगानगर, 24 अप्रैल। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अंकुर मगलानी ने आज एक बयान जारी कर शहर में कचरा संग्रहण, उठाव और डंप पॉइंट तक पहचाने में नगर परिषद के अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा ठेका फर्म से मिलकर किए जा रहे घपले के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों तथा भाजपा के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को आडे हाथों लिया। श्री मगलानी ने कहा कि इन सब की मिलीभगत से पैमाने पर यह घपला काफी समय से हो रहा है, जो मंगलवार को नगर परिषद आयुक्त द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में पकड़ में आया। इसके बावजूद घपला करने वालों पर कोई असर नहीं पड़ा।
शहर में कचरे का उठाव करने वाली ट्रैक्टर ट्रॉलियों को नियम के मुताबिक दिन में दो बार चक्कर लगाकर कचरा पुरानी आबादी में चक 6- जैड के पास डंप पॉइंट पर पहुंचना होता है।मंगलवार सुबह आयुक्त द्वारा खुद इसकी निगरानी किए जाने के बावजूद ट्रैक्टर ट्रॉलियों ने एक ही चक्कर लगाया।कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि इससे साबित हो जाता है कि घपला करने वालों की न केवल पहुंच किस लेवल तक है, बल्कि उनके दुस्साहस तथा हौंसले को भी यह दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि जनता के टैक्स की राशि नगर परिषद के अधिकारी, कर्मचारी और कचरा संग्रहण ठेका फर्म के संचालक बड़ी बेदर्दी से लूट रहे हैं। श्री मगलानी ने कहा कि जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने इस तरफ से आंखें बंद कर रखी हैं। नगर परिषद में भारी भ्रष्टाचार व्याप्त है लेकिन कभी भी जिला कलेक्टर और अतिरिक्त जिला कलेक्टर नगर परिषद में जाकर ना तो वहां आए हुए लोगों दुख तकलीफ को जानने की कोशिश करते हैं और ना ही इसके लिए जिम्मेवार नगर परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्यवाही करते हैं। जिला प्रशासन के अधिकारी दूसरे सरकारी विभागों का तो औचक निरीक्षण करते रहते हैं लेकिन पता नहीं किन कारणों से वे नगर परिषद में नहीं जाते। यहां तक की घपले और गबन उजागर होने के बाद भी नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तक तलब नहीं करते।
सिर्फ कचरा संग्रहण उठाव और डंप तक पहुंचाने के मामले में ही हर महीने लाखों रुपए का घपला बंदर बांट की जा रही है। इसी कारण शहर में सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चरमराई हुई है। उन्होंने इसके लिए भाजपा के स्थानीय निर्वाचित प्रतिनिधियों को भी जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नगर परिषद की सभापति को पदभार संभाले काफी समय हो गया लेकिन वह अपने पद की जिम्मेवारी और अहमियत को समझ ही नहीं पा रहीं। उनके नाम पर अन्य लोग नगर परिषद के कामकाज में बेवजह दखलअंदाजी कर रहे हैं।
इसी कारण सारा माहौल बिगड़ा हुआ है। उन्होंने इस कचरा संग्रहण घपले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाकर घपला करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है। इस भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के खिलाफ पुलिस अथवा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में मामला दर्ज करवाना चाहिए।
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