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    सूर्य ग्रहण 2024 : कुछ देर बाद लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं करें ये उपाय

     



    भारत में सूर्य ग्रहण 2024 सूर्य ग्रहण तिथि, सूतक काल समय, उपाय हिंदी में: आज साल 2024 का आखिरी सूर्य ग्रहण है। यह सूर्य ग्रहण मीन राशि में लगेगा और आज सर्वपितृ अमावस्या भी है। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, क्योंकि सूर्य ग्रहण रात में लगेगा। जिसके कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण आज रात 9 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा और खत्म देर रात 3 बजकर 17 मिनट पर होगा।


    सूर्य ग्रहण में भी पवित्र रहती हैं ये 5 चीजें 

    पौराणिक मान्यताओं के अनुसार तुलसीदल, जौ, गंगाजल, कुश और तिल ये पांच चीजें ग्रहण के दौरान भी पवित्र रहती हैं। 


    ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें खास ध्यान

    • सूर्य ग्रहण के समय घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।

    • इस दौरान ग्रहण को भी नहीं देखना चाहिए।

    • ग्रहण के समय कोई शुभ कार्य करने की भूल न करें।

    • ग्रहण के समय रसोई से संबंधित कार्य नहीं करना चाहिए। खासतौर पर भोजन न बनाएं।

    • ग्रहण के समय कुछ भी काटना, छीलना व छौंकना नहीं चाहिए।

    • इस दौरान किसी भी समारोह में शामिल न हो। 


    ग्रहण के दौरान इन मंत्रों का करें जाप


    ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये

    प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:।

    मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान इस मंत्र का जाप करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। साथ ही पुण्य फलों की प्राप्ति होती हैं।


    ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय

    जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ओम् स्वाहा।।

    सूर्य ग्रहण के समय इस मंत्र का जाप करने से सभी नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा मिलता है। यही नहीं शत्रुओं से भी मुक्ति मिलती हैं। 


    सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं करें ये उपाय 

    सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपनी लंबाई के बराबर एक मोटा धागा लेना चाहिए। फिर इस धागे को घर की किसी कील पर लटका दें। ध्यान रखें कि यह धागा सीधा लटकता रहें। ग्रहण समाप्त होने के बाद इस धागे को लाल कपड़े में लपेटकर नदी में बहा देना चाहिए। मान्यता है कि इससे ग्रहण का प्रभाव होने वाले बच्चे पर नहीं पड़ता है।


    सूर्यग्रहण में गर्भवती महिलाएं ये काम न करें 


    • सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोना नहीं । इससे होने वाले बच्चे को शारीरिक दोष हो सकता है।

    • गर्भवती महिलाओं को सूर्यग्रहण के दौरान खाना नहीं पकाना । 

    • सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटना, कपड़े सीना जैसे कार्य करने उचित नहीं है।

    • सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सजना-संवरना भी नहीं । 

    • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना । 


    सूर्यग्रहण में गर्भवती महिलाएं ये तीन काम करें 

    • सूर्यग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को दुर्वा घास हाथ में लेकर मंत्रों का जाप करना चाहिए।

    • सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को मानसिक रूप से शांत रहना चाहिए। इससे होने वाले बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक और उत्तम असर पड़ता है।

    • सूर्यग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को वाणी की कोमलता का ध्यान रखना चाहिए।



                          सूर्यग्रहण के दौरान  गर्भवती महिलाएं इन 5 बातों का ध्यान रखें 

    • सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भोजन करने से बचना चाहिए। साथ ही रखे हुए भोजन पर तुलसी की पत्तियां या गंगाजल डाल दें।

    • पौराणिक मान्यताओं के अनुसार गर्भवती महिलाओं को सूर्यग्रहण नहीं देखना चाहिए।

    • सूर्यग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को सुई और चाकू का प्रयोग नहीं करना चाहिए। 

    • सूर्यग्रहण के दौरान किसी भी कार्य के लिए कैंची का उपयोग न करें। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है। 

    • सूर्यग्रहण के शुरू होने से लेकर समापन तक गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।



    सूर्यग्रहण का समय

    आज 2 अक्तूबर 2024 को साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। ये ग्रहण रात 9 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा, जो देर रात 3 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगा। इसकी कुल अवधि करीब 6 घंटे 4 मिनट की होगी। हालांकि ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। 


    सूतक काल के इस एक नियम का सबको करना चाहिए पालन

    पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यदि सूतक काल लगा हो, तो उस अवधि में कहीं आना जाना नहीं चाहिए। साथ ही किसी भी तरह के गिरोह में बैठने से बचें।


                                     सूतक काल में क्या नहीं करना चाहिए ?

    • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में भोजन नहीं बनाना चाहिए। यदि खाना पहले से बना हुआ है, तो आप उसमें तुलसी के पत्ते डालकर रख दें। 

    • इस दौरान मंदिर में पूजा-पाठ भी न करें। साथ ही देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी न छुए।

    • सूतक काल में सुई और कैंची का भी प्रयोग नहीं करना चाहिए।

    • यदि सूतक काल लगा हो, तो कोई भी शुभ कार्य न करें। ऐसा करना उचित नहीं है।


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