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    आज 6 अक्तूबर 2024 को अश्विन माह,शुक्लपक्ष,रविवार तृतीया तिथि7:47 तकउपरांत चतुर्थी अगले दिन 9:49 तक रहेगी


    आज नक्षत्र विशाखा के उपरांत अनुराधा, प्रीति योग और करण गर के बाद वणिज कर बाद विष्टि अर्थात पहले हाथी के बाद गाय के बाद मुर्गी के स्वभाव की तरह आज दिन रात का स्वभाव रहेगा ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 4:48 से 5:36 सूर्योदय प्रातः 6:24 सूर्यास्तसाय 6:05चन्द्रोदय सुबह 9:10 चन्द्रास्त रात8:10 शुभअभिजीत मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:51 से 12:38 तकराहुकाल शाम 04:37 से 06:05 तक है, चन्द्रमा तुला उपरांत वृश्चिक राशि पर संचार करेगा,आज आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि और रविवार का दिन हे यह आज सुबह 7:47 से शुरू होकर अगले दिन सुबह 9:49 मिनट तक रहेगी ऐसे में चतुर्थ नवरात्र रहेगा देवी कुष्मांडा जी को समर्पित होता है, देवी जी कूष्मांडा की पूजा करने से व्यक्ति हरतरह के दुख-दरिद्रता से मुक्ति पा लेता है 

    और जीवन में खुशियां ही खुशियां आती है मां कूष्मांडा ने सृष्टि की रचना की थी कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ कुम्हड़ा अर्थात पैठे से है देवी भगवती पुराण के अनुसार,  मां दुर्गा के चौथे स्वरूप को कूष्मांडा है,मां कूष्मांडा की आठ भुजाएं है।  मां के एक हाथ में जपमाला और अन्य सात हाथों में धनुष, बाण, कमंडल, कमल, अमृत पूर्ण कलश, चक्र और गदा होते ह  इनकीपूजा अर्चना करने से व्यक्ति को कभी भी किसी चीज की कोई कमी नहीं रहती है. सभी तरह के दुख और कष्ट से छुटकारा मिलता है,मां कूष्मांडा को आटे और घी से बने मालपुए का भोग लगाना चाहिए. मां कूष्मांडा का ये पसंदीदा व्यंजन होता हे साथ ही  घी का दीपक और धूप जलाकर मां दुर्गा चालीसा , दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए 

    डा ब्रह्म भाटिया, हस्तरेखा-एस्ट्रो विशेषज्ञ,9414220543"



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