आज 7अक्टूबर2024 को अश्विन माह,शुक्लपक्ष,चतुर्थी तिथि सोमवार सुबह 09:47 उसके उपरांत पंचमी शुरू
आज नक्षत्र अनुराधा के उपरांत ज्येष्ठा, प्रीति योग उसके बाद आयुष्मान योग और करण विष्टि के बाद बव के बाद बालव अर्थात पहले शेर के बाद फिर चीते के स्वभाव की तरह आज दिन रात का स्वभाव रहेगा ब्रह्म मुहूर्तप्रातः 04:48 से 05:36,सूर्योदय प्रातः 6:24 साय 6:04चन्द्रोदय सुबह 10:06 चन्द्रास्त रात 8:52 राहु काल सुबह07:52 से 09:19 तक है,शुभ अभिजीत मुहूर्तसुबह 11:51 से12:37 चन्द्रमा वृश्चिक राशि पर संचार करेगा, आज ऐसे में देवी स्कंदमाता जी की पूजा की जाती हे आज उपांग ललिता व्रत मनाया जाता है
यह पर्व पूरे भारतवर्ष में ललिता पंचमी के रूप में भी मनाया जाता हेआश्विन शुक्ल पंचमी के दिन मां ललिता का पूजन करना अत्यंत मंगल कारी माना गया है मां ललिता को त्रिपुरा सुंदरी और षोडसी के रूप में भी जाना जाता है ये मां की दस महाविद्याओं में से एक हैं
शारदीय नवरात्रि के पांचवें दिन माँ स्कंदमाता की पूजा की जाएगी माँ स्कंद माता की पूजा करने से भक्तों को ज्ञान, मोक्ष, और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है देवी जी की पूजा से भक्तों की सारी इच्छाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख और शांति आती है,सभी संकट और कष्ट दूर हो जाते हैं, समृद्धि, शांतिऔर आंतरिक शक्ति मिलती है,इनकी आराधना करने सेव्यक्ति गत एवं व्यावसायिक समस्याएं हल हो जाती हे मां स्कंदमाता धन, बुद्धि और मोक्ष प्रदान करती हैं,आज के दिन देवी माँ को केला या फल व साथ ही इलायची का भोग लगाते हैं
डा ब्रह्म भाटिया हस्तरेखा-एस्ट्रो विशेषज्ञ, 9414220573
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