प्रयागराज : भगदड़ के बाद का मंजर तस्वीरों में : परिवार ने खोने के डर से शव नहीं छोड़ा; अस्पताल में 11 शव थे



प्रयागराज: 28 जनवरी की आधी रात के बाद संगम तट पर भगदड़ मच गई।भगदड़ के हादसे में अब तक 30 से 40 लोगों की मौत होने की खबर है। 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं। घायलों के रेस्क्यू और शवों की तलाश का काम अभी जारी है। परिजन भी अपनों को ढूंढ रहे हैं।

देख कर दिल दहल गया बहुत ही बुरे हालात थे घाटना साथल के

भगदड़ के बाद वहां मौजूद हमारे पत्रकार ने जो मंजर जो देखा जिसे देख कर बड़े बड़े दिल वाले का दिल दहल जाए बहुत ही बुरे हालात थे घटना स्थल देखा वो भयावह था। कुछ लोग अपने प्रियजनों के शवों का हाथ नहीं छोड़ रहे थे, उन्हें डर था कि कहीं शव खो न जाए. जब हम सेंट्रल हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां 11 शव लाए गए थे तस्वीरों में देखें हादसे के बाद का दिल दहला देने वाला मंज़र

ये परिवार हादसे के बाद के हालात देखकर परेशान हो गया।

हादसे के बाद के हालात देखकर ये परिवार परेशान हो गया।


भगदड़ के बाद अफरा-तफरी

पांटून पुल पर हादसे के बाद भीड़ बढ़ गई। कुछ लोग पुल से कूद गए।

पांटून पुल पर हादसे के बाद भीड़ बढ़ गई। कुछ लोग पुल से कूद गए।

भगदड़ मची तो लोग जालियां तोड़कर भागते दिखे। कई लोग चोटिल हो गए।

भगदड़ मची तो लोग जालियां तोड़कर भागते दिखे। कई लोग चोटिल हो गए।

भगदड़ मचने के बाद एक-दूसरे का हाथ पकड़कर मेला क्षेत्र से बाहर जाता परिवार।

भगदड़ मचने के बाद एक-दूसरे का हाथ पकड़कर मेला क्षेत्र से बाहर जाता परिवार।

भीड़ देखने के बाद इस व्यक्ति ने बच्चे को पीठ पर बैठा लिया।

भीड़ देखने के बाद इस व्यक्ति ने बच्चे को पीठ पर बैठा लिया।


भगदड़ के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन

वृद्ध महिला का हाथ पकड़कर उसे ठिकाने तक पहुंचाने जा रहा पुलिस जवान।

पुलिस जवान वृद्ध महिला का हाथ पकड़कर उसे ठिकाने तक पहुंचाने जा रहा ।

घायल व्यक्ति को एंबुलेस ले जाने के लिए पुलिस कर्मी पहुंचे।

पुलिस कर्मी घायल व्यक्ति को एंबुलेस ले जाने के लिए पहुंचे।


एंबुलेंस घटनास्थल से बाहर रास्ते पर खड़ी रहीं। शव और घायलों स्ट्रेचर से यहां तक लाया गया।

एंबुलेंस घटनास्थल से बाहर रास्ते पर खड़ी रहीं। शव और घायलों स्ट्रेचर से यहां तक लाया गया।

भगदड़ के बाद एक पुलिस वैन भीड़ में फंस गई।

एक पुलिस वैन भगदड़ के बाद भीड़ में फंस गई।

हादसे की सुबह अपनों की तलाश

भगदड़ के बाद लोग घटना स्थल पर अपनों का हाल जानने और तलाश के लिए पहुंचे।

लोग भगदड़ के बाद घटना स्थल पर अपनों का हाल जानने और तलाश के लिए पहुंचे।


अपनी परिजन का आधार कार्ड लिए यह शख्स उसे ढूंढने की कोशिश करता दिखा।

अपनी परिजन का आधार कार्ड लिए यह शख्स उसे ढूंढने की कोशिश करता दिखा।

जहां भगदड़ मची थी, उस जगह बैठी महिला। लोगों ने घटना के वक्त बैरिकेडिंग तोड़ दी।

जहां भगदड़ मची थी, उस जगह बैठी महिला। लोगों ने घटना के वक्त बैरिकेडिंग तोड़ दी।

कुछ लोग अपने परिजन को ढूंढने पहुंचे तो कुछ अपना सामान पहचानने की कोशिश कर रहे थे।

कुछ लोग अपने परिजन को ढूंढने पहुंचे तो कुछ अपना सामान पहचानने की कोशिश कर रहे थे।



उन लोगों को ढूंढने की कोशिश की गई, जो भगदड़ के बाद लापता हो गए।

उन लोगों को ढूंढने की कोशिश की गई, जो भगदड़ के बाद लापता हो गए।

भगदड़ से पहले कुछ लोग खाना खा रहे थे। उन्हें नहीं पता था कि क्या होने वाला है।

भगदड़ से पहले कुछ लोग खाना खा रहे थे। उन्हें नहीं पता था कि क्या होने वाला है।

हादसे के बाद अखाड़ों का स्नान रद्द

जब भगदड़ मची तो यह साधु संगम में डुबकी लगाए बगैर वापस लौटा।

जब भगदड़ मची तो यह साधु संगम में डुबकी लगाए बगैर वापस लौटा।




पंचायती अखाड़े के ये संत भगदड़ के बाद संगम तट तक नहीं गए।

पंचायती अखाड़े के ये संत भगदड़ के बाद संगम तट तक नहीं गए।

मौनी अमावस्या पर इन साधुओं को संगम पर स्नान करना था। हादसे के बाद ये लौट आए।

मौनी अमावस्या पर इन साधुओं को संगम पर स्नान करना था। हादसे के बाद ये लौट आए।


पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के साधुओं ने भगदड़ के बाद संगम स्नान नहीं किया।

पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के साधुओं ने भगदड़ के बाद संगम स्नान नहीं किया।


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